शीघ्रपतन के कारण और सेक्सोलॉजिस्ट द्वारा सुझाए गए समाधान

शीघ्रपतन से परेशान हैं? जानिए सेक्सोलॉजिस्ट द्वारा सुझाए गए समाधान

शीघ्रपतन (Early Discharge) क्या है?

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) यौन स्वास्थ्य से जुड़ी एक सामान्य समस्या है, जिसमें पुरुष का स्खलन (ejaculation) उस समय हो जाता है जब वह और उसका साथी इसे टालना चाहते हैं। यह यौन संबंध के दौरान जल्दी स्खलन होने की समस्या है, जिससे पुरुष और उसके साथी दोनों को यौन संतुष्टि नहीं मिल पाती। इस समस्या के कारण यौन जीवन में तनाव, आत्मविश्वास की कमी और रिश्तों में खटास आ सकती है।

शीघ्रपतन के कारण:

मनोवैज्ञानिक कारण: तनाव, प्रदर्शन की चिंता, अवसाद, या रिश्तों में समस्या शीघ्रपतन का प्रमुख कारण हो सकते हैं। यौन क्रिया के दौरान अत्यधिक उत्तेजना भी इसे बढ़ा सकती है।

शारीरिक कारण: न्यूरोट्रांसमीटर का असंतुलन, हार्मोनल बदलाव, या तंत्रिका तंत्र में किसी समस्या के कारण शीघ्रपतन हो सकता है। इसके अलावा, प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग में संक्रमण भी एक प्रमुख कारण हो सकता है।

अनुभव की कमी: यौन अनुभव की कमी या यौन संबंध में अस्थिरता के कारण यह समस्या हो सकती है, विशेष रूप से युवावस्था में। शीघ्रपतन की समस्या से परेशान है तो आज ही दिल्ली में शीघ्रपतन का उपचार (Premature Ejaculation Treatment in Delhi) पाए डॉ रैना सेफ हैंड्स में।

शीघ्रपतन को दूर करने में सेक्सोलॉजिस्ट कैसे मदद करते हैं?

  1. व्यक्तिगत जाँच और निदान (Personal Diagnosis and Evaluation):


सेक्सोलॉजिस्ट सबसे पहले समस्या की गहराई से जाँच करते हैं। वे पूछते हैं कि समस्या कितनी पुरानी है, कितनी बार होती है, और किन परिस्थितियों में बढ़ जाती है। वे यह भी जाँचते हैं कि शीघ्रपतन के पीछे शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, या दोनों कारण हैं। इसके आधार पर, वे व्यक्तिगत निदान तैयार करते हैं।

  1. व्यवहारिक उपचार (Behavioral Therapy):


यह उपचार विधि उन पुरुषों के लिए बहुत कारगर होती है, जो मनोवैज्ञानिक कारणों से शीघ्रपतन का सामना कर रहे होते हैं। सेक्सोलॉजिस्ट इस उपचार में कई तकनीकों की सिफारिश करते हैं:

स्टार्ट-स्टॉप तकनीक (Start-Stop Technique): इस तकनीक में यौन क्रिया के दौरान उत्तेजना के शिखर पर पहुँचने से पहले रुकने की सलाह दी जाती है, जिससे स्खलन को नियंत्रित किया जा सके।

स्क्वीज़ तकनीक (Squeeze Technique): इस तकनीक में स्खलन की अनुभूति होते ही पेनिस के आधार को हल्के से दबाने की सलाह दी जाती है, जिससे स्खलन की प्रक्रिया को रोका जा सके।

  1. कंडिशनिंग (Conditioning):


यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें मरीज को यौन क्रिया के दौरान स्खलन को नियंत्रित करने के तरीकों का अभ्यास कराया जाता है। यह प्रक्रिया धैर्य और समय लेती है, लेकिन परिणामस्वरूप स्खलन पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त हो सकता है।

  1. उपचार (Treatment):


कई बार शीघ्रपतन के इलाज के लिए सेक्सोलॉजिस्ट विभिन्न तरीकों का प्रयोग करते हैं। ये उपाय स्खलन को नियंत्रित करने और यौन क्रिया का समय बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यदि आप इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो दिल्ली के गुप्त रोग डॉक्टर  (Gupt Rog Doctor in Delhi) से परामर्श करना सहायक हो सकता है।

  • मनोवैज्ञानिक कारण: तनाव, प्रदर्शन की चिंता, अवसाद, या रिश्तों में समस्या शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं। यौन क्रिया के दौरान अत्यधिक उत्तेजना भी एक कारक हो सकती है।

  • शारीरिक कारण: न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन, हार्मोनल बदलाव, या तंत्रिका तंत्र में कोई समस्या शीघ्रपतन का कारण हो सकती है। कई मामलों में प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग में संक्रमण भी इसे जन्म दे सकते हैं।

  • अनुभव की कमी: युवावस्था या यौन अनुभव की कमी के कारण यह समस्या शुरुआती यौन अनुभवों में हो सकती है। समय के साथ, इस पर नियंत्रण पाना सीखना संभव होता है।


 

  1. यौन शिक्षा और मार्गदर्शन (Sexual Education and Counseling):


सेक्सोलॉजिस्ट व्यक्ति और युगल को यौन शिक्षा देते हैं, जिससे वे यौन क्रिया के दौरान अपने शरीर और प्रतिक्रियाओं को बेहतर तरीके से समझ सकें। सही तकनीक और संतुलित मानसिकता से शीघ्रपतन को नियंत्रित करने के तरीके सिखाए जाते हैं।

 6. मनोवैज्ञानिक परामर्श (Psychotherapy):

यदि शीघ्रपतन का कारण प्रदर्शन की चिंता, आत्मविश्वास की कमी, या अवसाद से जुड़ा हुआ है, तो सेक्सोलॉजिस्ट मनोवैज्ञानिक परामर्श के माध्यम से इन समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। यह उपचार व्यक्ति की मानसिक स्थिति को सुधारता है और यौन जीवन को संतुलित करता है।

  1. जीवनशैली में सुधार (Lifestyle Modification):


सेक्सोलॉजिस्ट स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हैं, जो यौन स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है। इनमें नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, योग, ध्यान और तनाव प्रबंधन शामिल हैं। शराब और धूम्रपान से बचने की सलाह भी दी जाती है, क्योंकि ये शीघ्रपतन की समस्या को बढ़ा सकते हैं।

  1. युगल परामर्श (Couple Counseling):


कई बार शीघ्रपतन का संबंध युगल के रिश्तों में तनाव से भी होता है। सेक्सोलॉजिस्ट युगल परामर्श के जरिए दोनों पार्टनर्स के बीच संवाद और समझ को बेहतर करते हैं। इससे यौन संतुलन और भावनात्मक जुड़ाव में सुधार होता है, जो शीघ्रपतन की समस्या को हल करने में मदद करता है।

 

शीघ्रपतन को दूर करने में सेक्सोलॉजिस्ट की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। वे इस समस्या के मनोवैज्ञानिक, शारीरिक, और भावनात्मक पहलुओं को समझकर उचित उपचार प्रदान करते हैं। सही तकनीक, परामर्श, दवाइयाँ, और जीवनशैली में बदलाव से शीघ्रपतन पर काबू पाया जा सकता है, जिससे यौन जीवन में संतुलन और संतुष्टि लाई जा सकती है।

डॉ. विनोद रैना, सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

पता: इ-34 एकता अपार्टमेंट साकेत, नई दिल्ली – 110017

फ़ोन नंबर: 9873322916, 9667987682

 

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